कोरोना को लेकर सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश, कही यह बात
कोरोना को लेकर सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश, कही यह बात
लखनऊ। प्रदेश के रायबरेली में शनिवार को ओमिक्रोन संक्रमित के मिलने के बाद से सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी जिला प्रशासन को बेहद सक्रिय रहने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने शनिवार को उच्चस्तरीय टीम-09 के साथ बैठक के बाद दिशा-निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। बीते दिनों आई जीनोम सिक्वेसिंग रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में एक संक्रमित में ओमिक्रोन वैरिएंट की पुष्टि हुई है। इस दौरान भी अब कोविड नेगेटिव हो चुकी हैं। इसके साथ ही इनके सभी 13 प्राइमरी और 70 सेकेंडरी कॉन्टैक्ट की आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सभी के स्वास्थ्य की सतत निगरानी की जाए। जीनोम सिक्वेसिंग का कार्य सतत जारी रखा जाए।
देश के किसी भी राज्य से अथवा विदेश से उत्तर प्रदेश की सीमा में आने वाले हर एक व्यक्ति की ट्रेसिंग तथा टेस्टिंग की जाए। बस, रेलवे और एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए। निगरानी समितियों को पुन: एक्टिव करें। गांव-वार्डों में बाहर से आने वाले हर एक व्यक्ति की टेस्टिंग कराएं। उनके स्वास्थ्य पर सतत नजर रखी जाए। आवश्यकतानुसार लोगों को क्वारन्टीन कर मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य की आवश्यकताओं के दृष्टिगत अभियान चलाकर प्रदेश के अस्पतालों को सुविधा संपन्न बनाया गया है। हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की दृष्टि से काफी प्रयास हुए हैं। कोविड के बढ़ते केस के बीच सभी संसाधनों की सूक्ष्मता से पड़ताल कर ली जाए। वेंटिलेटर, नीकू, पीकू की संख्या आवश्यकतानुसार और बढ़ाया जाए। अब तक 551 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। ऑक्सीजन प्लांट के संचालन के लिए कम से कम तीन कार्मिकों की तैनाती की जाए। सभी जगह पर इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर सातों दिन 24 घंटे एक्टिव मोड में रखे जाएं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए प्रदेशव्यापी रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू लागू किया जा रहा है। हर दिन रात्रि 11 बजे से प्रात: 05 बजे तक रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू लागू होगा। इसका सख्ती से अनुपालन कराया जाए। पुलिस बल लगातार गश्त करे। रात्रि में संचालित होने वाली औद्योगिक इकाइयों के कार्मिकों को आवागमन की छूट दी जाए। सभी जगह पर आवश्यक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। किसी भी जीवनरक्षक दवा का अभाव न हो। इस संबंध में समीक्षा कर समय से आपूर्ति सुनिश्चित करा ली जाए।